Village Defence Guard Scheme : जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में प्रचलित सुरक्षा स्थितियों को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां आतंकवादी गतिविधियों और सीमा पार से समर्थन से प्रेरित घटनाओं को रोकने के लिए मौजूदा योजना ग्राम रक्षा समिति 1995 को संशोधित करने की आवश्यकता को महसूस किया गया है और केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा समूह को बढ़ावा देने के लिए विलेज डिफेंस गॉर्डस स्कीम 2022 का प्रारम्भ किया गया।
Village Defence Guard Yojana ke tahat भारत और पाकिस्तान की सीमाई क्षेत्र मे युवाओं और सेवा निवृत कर्मियों का समूह बनाकर उन्हें हथियार देकर प्रशिक्षण दिया जाता था। और एक ग्राम सुरक्षा समिति बनाई गयी थी ,इसमें सभी वोलिंटियर तोर पर भर्ती होते थे। इसमें इनको एक बंदूक और 100 राऊंड गोलियां भी दी जाती है।
Village Defence Guards (विलेज डिफेंस गार्ड) योजना का उद्देश्य क्या है ?
विलेज डिफेंस गॉर्डस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है ,कि एक ऐसा छोटा सुरक्षा ग्रुप बनाना जो स्वयं के साथ – साथ गांव की अवसंरचना की भी सुरक्षा सुनिश्चित करें। और साथ ही आतंकवादी गतिविधियों पर ध्यान रखे और जरूरत पड़ने पर उनका सामना करे और सीमा पार से संचालित गतिविधियों को रोकने का भी काम इन समूहों द्वारा किया जायेगा। यह समूह उन लोगों का होगा जो स्वेच्छा से इसमें आना चाहते है। विलेज डिफेंस गॉर्ड दिन और रात दोनों समय निर्धारित गांव की सीमा में पेट्रोलिंग का काम करेंगे। जिससे गांव की सामुदायिक अवसंरचना की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। स्थानीय स्तर पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ग्राम रक्षा गॉर्ड समूहों का गठन किया जा रहा है।
विलेज डिफेंस गॉर्ड और ग्राम रक्षा समिति में क्या अंतर है ?
विलेज डिफेंस गॉर्ड और ग्राम रक्षा समिति मुख्य रूप से दोनों ही नागरिकों के ही समूहन है जिनको आंतरिक एवं ग्राम स्तर पर सुरक्षा के लिए गठित किया गया है। लेकिन इनमे जो अंतर यह है-
VDGs – के लीडर को 4500 रूपये प्रतिमाह दिए जाते है , और जो गॉर्डस होते है उन्हें 4000 रूपये प्रतिमाह दिए जाते है।
जबकि ग्राम रक्षा समिति के लीडर जिसे SPO (Special Police Officer) कहा जाता था ,केवल उसे ही 1500 रूपये प्रतिमाह दिए जाते थे।
Village Defence Guard (विलेज डिफेंस गॉर्ड) क्या है?
इसमें गांव के स्वस्थ्य युवा , सेवानिवृत आर्मी के / सेवानिवृत पुलिस कर्मचारी के 15 सदस्य होते है| इसमें जिन लोगो की भर्ती होती है वो वॉलेंट्री बेसिस पर होती है यानि किसके जबरदस्ती नहीं होती है। इसमें हर समूह में 5 लोगो को .303 राइफल दी जाती है और इसमें 100 गोलियां होती है। विश्वसनीयता ,गांव की आबादी और सुरक्षा आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर यह सब तय किया जाता है। Village Defence Guards वोलिंटरी बेसिस पर भर्ती होते है , इन पर कोई दबाव नहीं होता है भर्ती होने के लिए।
ये समूह संबंधी जिले के SP/SSP के निर्देशन और नियंत्रण काम करेंगे।
प्रत्येक समूह Army/CPMF/J&K के रिटायर्ड अधिकारी के नेतृत्व में काम करेगा।
वैध लाइसेंस और हथियार रखने वाले व्यक्ति या स्वयं हथियार खरीदने के इच्छुक व्यक्ति भी इस समूह का हिस्सा हो सकते है।
ग्राम सुरक्षा गार्ड वेतन कितना होता है?
ग्राम सुरक्षा गॉर्ड के दो समूहों में वर्गीकरण के आधार पर वेतन
V1 Category – जो VDGs का नेतृत्वकर्ता/लीडर/कोऑर्डिनेटर होगा उसे 4500 रूपये प्रतिमाह का भुगतान किया जायेगा।
V2 Category – ग्राम सरक्षा गॉर्ड के सदस्य को 4000 रूपये प्रतिमाह के हिसाब से भुगतान किया जाता है।
Village Defence Guards
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Village Defence Guards Command and Control of VDGs (आदेश और नियंत्रण)
ये gram raksha gaurd समूह संबंधी जिले के SP/SSP के देखरेख और नियंत्रण काम करेंगे।
प्रत्येक ग्राम रक्षा गॉर्ड समूह V1 Category के व्यक्ति द्वारा कोऑर्डिनेट और लिड किया जायेगा।
गांव का चौकीदार और लम्बरदार Village Defence Group को अपनी ड्यूटी के लिए जो भी आवश्यक हो सहायता प्रदान करेगा।
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